उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार शाम एक बस खाई में गिर गई। इसमें मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के 28 तीर्थयात्री और ड्राइवर-क्लीनर समेत 30 लोग सवार थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक न्यूज एजेंसी से कहा- हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। सभी यात्री चारधाम यात्रा पर जा रहे थे। मृतकों में देहरादून का कंडक्टर भी शामिल है। बताया जाता है कि बस ड्राइवर दो रातों से सोया नहीं था। सोमवार सुबह पुष्कर सिंह धामी और MP के CM शिवराज सिंह चौहान घटनास्थल दामटा पहुंचे। इससे पहले घायल ड्राइवर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बताया कि हादसा कैसे हुआ…पोस्टमॉर्टम के बाद मध्यप्रदेश के 25 तीर्थयात्रियों की पार्थिव देह उत्तरकाशी से देहरादून एयरपोर्ट भेज दी गई। मृतकों के पार्थिव शरीर देहरादून एयरपोर्ट से दोपहर दो बजे तक एयरफोर्स के विमानों से खजुराहो एयरपोर्ट के लिए रवाना किए जाएंगे। खजुराहो से पन्ना जिले के गांवों में एम्बुलेंस से पहुंचाया जाएगा। मप्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और खजुराहो सांसद बृजेंद्र प्रसाद सिंह भी देहरादून पहुंच चुके हैं। दोनों तीर्थयात्रियों की पार्थिव देह लेकर आएंगे। उधर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह भोपाल के लिए रवाना हो गए।

इसलिए नहीं सोया था ड्राइवर…
हादसे की एक वजह ड्राइवर की नींद पूरी न होना बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्राइवर दो रातों से सोया नहीं था। यह बात कितनी सच है, यह जांच का मामला है, लेकिन इतना जरूर है कि मई और जून के दो महीने उत्तराखंड के बस ड्राइवर बहुत ही कम नींद लेते हैं। दरअसल, इन दोनों महीनों में लाखों टूरिस्ट और तीर्थयात्री उत्तराखंड पहुंचते हैं। इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों के आने से ड्राइवरों को पैसे कमाने का अच्छा मौका मिल जाता है। बिना सोए ड्राइवर दिन-रात उत्तराखंड के रास्तों पर गाड़ियां चलाते हैं।
शिवराज ने की घायल ड्राइवर से बात
CM शिवराज ने रात डेढ़ बजे भास्कर को बताया- मैं चार घायलों से मिला। उदय सिंह, उनकी पत्नी अक्खी राजा, राजकुमारी और ड्राइवर हीरा सिंह। हीरा ने बताया- स्टेयरिंग फेल हो गया था। उन्होंने पहाड़ की तरफ गाड़ी घुमाने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी पेड़ से टकराकर खाई में जा गिरी। उदय सिंह बोले- धड़ाक से आवाज आई और न जाने कितनी पलटियां खाकर बस खाई में जा गिरी। जब होश आया तो पुलिसवालों ने मुझे उठाया था। उनकी पत्नी अक्खी बाई मुझसे अपने बेटे का पूछ रही थीं। वो बोलीं, वहां कई लोगों की लाश पड़ी है।
शव लाने के लिए खजुराहो एयरपोर्ट पर लगी कतार
बस हादसे में जान गंवाने वाले तीर्थयात्रियों के शव सोमवार दोपहर को एयरफोर्स के विमान से खजुराहो पहुंचेंगे। यहां से शव वाहनों से पन्ना जिले में पहुंचाएं जाएंगे। शवों को अपने जिले पहुंचाने के लिए प्रशासन ने शव वाहनों की व्यवस्था की है। शव वाहन खजुराहो एयरपोर्ट के बाहर कतार में खड़े हैं। वहीं मृतकों के परिजन भी सुबह से ही खजुराहो एयरपोर्ट पहुंच गए।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश: पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- ड्राइवर ने बताया कि स्टेयरिंग फेल होने के कारण हादसा हुआ, लेकिन फिर भी हमने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। चारधाम यात्रा में लोगों का आना-जाना सुरक्षित हो, इसके लिए हम लगातार रजिस्ट्रेशन का काम कर रहे हैं।
5 यात्रियों और कंडक्टर की मौत
बरकोट SDM शालिनी नेगी ने बताया कि 25 बॉडी देहरादून भिजवा दी गई हैं। सभी मृतक मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। 1 डेडबॉडी उत्तराखंड के ही कंडक्टर की है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह बस नीचे से जा रही थी, ऊपर से एक और बस आ रही थी। दुर्घटनाग्रस्त होने वाली बस खाई की तरफ थी। स्टेयरिंग बाहर की तरफ (खाई) कट गया। शायद बस ड्राइवर स्पीड में थे, इस वजह से बैलेंस नहीं कर पाए। यह बात भी सामने आ रही है कि स्टेयरिंग फेल होने से हादसा हआ है। जांच के बाद ही तय होगा।

मौत से डेढ़ घंटे पहले बेटी से कहा- टूर अच्छा है
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के डामटा में जो बस हादसे का शिकार हुई, उसमें मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के रहने वाले बांके बिहारी कट्या और उनके परिवार के 4 लोग सवार थे। बांके बिहारी की पत्नी रामसखी ने रविवार शाम 5 से 6 बजे के बीच पन्ना में रह रही बेटी रंजना से मोबाइल पर कहा था – टूर अच्छा है। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद बस के खाई में गिरने की खबर आ गई।
मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए की मदद: CM
CM शिवराज ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए की मदद देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। CM ने कहा कि घायलों का इलाज फ्री हो, इसकी भी व्यवस्था करेंगे।
थानाध्यक्ष बोले- अंधेरे की वजह से शवों को सड़क तक पहुंचाने में दिक्कत हुई
बस का नंबर UK-04 1541 है। यह हरिद्वार से चली थी। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया- गहरी खाई और अंधेरे की वजह से शवों को सड़क तक पहुंचाने में दिक्कत हुई। उत्तराखंड के हादसे के बाद एम्बुलेंस के साथ मेडिकल की टीम भी मौके पर मौजूद है। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
ये हैं यात्रियों के नाम
बस में ड्राइवर और क्लीनर के अलावा 14 पुरुष और 14 महिलाएं सवार थे

राजकुमार (38), राजकुंवर (58, महिला), मेनका प्रसाद (56), सरोज (54, महिला), बद्रीप्रसाद (63), करन सिंह (62), उदय सिंह (63), हक्की राजा (60), चंद्रकली (61, महिला), मोतीलाल (62), बलदेव (77, महिला), कुसुम बाई (77, महिला), अनिल कुमारी (50, महिला), कारसन बिहारी (69), प्रभा (63, महिला), शकुंतला (60, महिला), पार्वती (62, महिला), शीला बाई (61, महिला), विश्वकांत (39), चंद्रकला (57, महिला), कंछेदीलाल (62), राजाभाई (59), धनीराम (72), कामबाई (57, महिला), वृंदावन (61), कमला (59, महिला), रामसखी (63, महिला), गीताबाई (55, महिला)।

अमित शाह ने जताया दुख
उत्तराखंड में बस हादसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। अमित शाह ने कहा कि श्रद्धालुओं से भरी बस खाई में गिर गई। मैंने इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
शिवराज बोले- तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजन को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
कमलनाथ ने जताया दुख
कमलनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा- मुझे गहरा दुख है कि चारधाम तीर्थयात्रा पर गए पन्ना जिले के 26 साथी उत्तराखंड में बस एक्सीडेंट के कारण हमारे बीच नहीं रहे। उनकी आत्मा की शांति के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। दुख की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं।